ज्यादा देर तक बैठे-बैठे काम करना, खड़े रहना, बैठना या कार्य करने का गलत ढंग, एकाएक गलत तरीके से भारी वजन उठा लेने आदि कारणों से कमर दर्द हो सकता है।
कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन अधिकांशत: मांसपेशियों में खिंचाव और रीढ़ की हड्डी में दर्द के चलते कमर दर्द होता है। लेकिन अपनी आदतों में मामूली बदलाव करके आप कमर दर्द से दूर रह सकती हैं।
पैरों के नीचे तकिए का सहारा
अच्छी नींद लेने के लिए सिरहाने तकिया सभी लगाते हैं, लेकिन पैरों के नीचे तकिया लगाने से नींद तो अच्छी आएगी ही, साथ ही कमर दर्द से भी राहत मिलेगी। पैरों के नीचे तकिया लगाने से कमर पर कम दबाव पड़ेगा।
एक्सपर्ट बताते हैं कि पीठ के बल सोते समय करीब 55 पौंड वजन रीढ़ की हड्डी पर रहता है। अगर घुटने के नीचे तकिया लगाया जाए, तो रीढ़ पर पड़ने वाला यह वजन आधा हो जाता है।
योग और एक्सरसाइज
स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने वाले कुछ स्पेशल योग और एक्सरसाइज से सभी वाकिफ है, लेकिन हल्की-फुल्की शारीरिक गतिविधियां भी सेहत के लिए रामबाण साबित हो सकती हैं। खासकर कमर दर्द से राहत दिलाने में।
इससे शरीर की हड्डियां तथा मांसपेशियां न सिर्फ मजबूत बनेंगी, बल्कि उनमें लचीलापन भी आएगा। अगर रोजाना संभव न हो, तो एक्सपर्ट की सलाह पर सप्ताह में दो बार पेट तथा कमर से संबंधित व्यायाम जरूर करें।
कैल्शियम और विटामिन-डी
हड्डियों से संबंधित समस्याओं से बचना चाहती हैं, तो अपने खानपान पर ध्यान दें।
कैल्शियम और
विटामिन-डी युक्त आहार लें। कैल्शियम के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे, दूध, दही, पनीर के अलावा पत्तेदार हरी सब्जियां फायदेमंद रहेंगी। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर विटामिन सप्लीमेंट्स भी ले सकती हैं आैर साथ में विटामिन-डी के सीफूड लें और धूप सेंकें।
पोश्चर का रखें ध्यान
कमर दर्द से बचने के लिए सही पोजिशन में बैठना भी जरूरी है। काम की दौरान सही मुद्रा में बैठने से रीढ़ की हड्डी को झुकने से बचाया जा सकता है। खराब पोश्चर में बैठने से रीढ़ में अकड़न और खिंचाव आने का खतरा रहता है।
अगर आप लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठे रहते हैं, तो इससे रीढ़ की हड्डी में विकृति भी आ सकती है। इसके अलावा कंधे झुकाकर बैठने, चलने और एक पैर मोड़कर खड़े होने से बचें।
कुर्सी पर हमेशा कमर सीधी रखकर ही बैठें। कुर्सी हमेशा अच्छी क्वालिटी की ही हो, जिससे कमर के निचले हिस्से को सपोर्ट मिल सके।
लगातार बैठ कर काम न करें। जब भी फुरसत मिले हल्की-फुल्की चहलकदमी जरूर करें। इसके अलावा कुछ आसान स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें, जिन्हें आप बैठे-बैठे भी कर सकती हैं। यह आपकी रीढ़ की हड़ी में रक्त का प्रवाह तेज करेगा। जिससे एक जगह बैठे-बैठे शरीर में आई अकड़न और दर्द से राहत भी मिलेगी।
फुटवियर भी हों सही
कई बार गलत फुटवियर पहनने के कारण भी कमर दर्द की समस्या होती है। इसलिए
अच्छी क्वालिटी के आरामदायक फुटवियर ही पहनें। ये पैरों को ही आराम नहीं पहुंचाएंगे, बल्कि कमर दर्द से भी दूर रखेंगे। हाई हील से दूरी बनाएं। कोशिश करें कि फुटवियर्स में एक इंच से ज्यादा हील न हो।
बोझ उठाने से बचें
भारी बैग या सामान कैरी करने से भी कमर दर्द होने का खतरा बढ़ता है। इसलिए हमेशा ज्यादा वजन कैरी करने से बचें। इसके अलावा बैग कुछ इस रह उठाएं कि दोनों कंधो पर बराबर वजन आए। अगर ज्यादा सामान लेना जरूरी है, तो हमेशा व्हील बैग लेने की कोशिश करें।
एल्कोहल, धूम्रपान से रहें दूर
स्मोकिंग के नुकसान सभी जानते हैं, लेकिन यह बात शायद हैरान कर दे कि स्मोकिंग न करने वालों की तुलना में स्मोकिंग करने वाले लोग कमर दर्द के ज्यादा शिकार होते हैं।
इसके पीछे कारण है निकोटीन, जो स्पाइन डिस्क में रक्त के प्रवाह को रोकता है। इस कारण रीढ़ की हड्डी के सूखने, विकृत होने या टूटने खतरा रहता है। इसके अलावा स्मोकिंग से रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा भी कम होती है, जिससे मांसपेशियों को पोषण नहीं मिल पाता।